Excerpt: कोविड महामारी के बाद ऐसी कई रिपोर्ट आईं जो दर्शाती हैं कि इस महामारी के कारण केवल स्वास्थ्य की ही हानि नहीं हुई है बल्कि कई अन्य सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में भी हानि हुई है। इन्ही में से एक क्षेत्र शिक्षा भी है। कई रेपोर्ट्स ने इस बिन्दु को रेखांकित किया है कि कोविड के कारण लोगों की शिक्षा तक पहुुँच प्रभावित हुई है। खासकर गरीब या कम आय वाले परिवारों के बच्चे शिक्षा से दूर हुए हैं। शुरुआत में इसी बिन्दु को ध्यान में रखकर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कोविड के बाद स्कूल से ड्रॉपआउट हुए बच्चों की स्थिति जानने का विचार किया गया। चूंकि छिंदवाड़ा जिले से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर हर साल कुछ महीनों के लिए नजदीकी शहरों व राज्यों में जाते हैं तो…
Excerpt: सामाजिक ढांचे में जेण्डर या लैंगिक पहचान एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। इस पहचान को सामाजिक मान्यताओं ने दिनों-दिन पुख्ता किया और समाज जेण्डर को स्त्री-पुरुष की ‘बाइनरी’ में ही देखने व समझने का अभ्यस्त रहा है। इस अभ्यास के कारण ही समाज में थर्ड जेण्डर को लेकर जो धारणा बनी, वह उनकी पहचान पर भी संकट पैदा करने वाली रही, क्योंकि वह प्रचलित बाइनरी से बाहर थे। इस पहचान को लेकर थर्ड जेण्डर समुदाय लम्बे समय से संघर्ष कर रहा है, यह संघर्ष सामाजिक और संवैधानिक दोनों स्तरों पर चल रहा है। ट्रांसजेण्डर हमारे समाज के सबसे उपेक्षित वर्गों में से एक हैं, जिनके मानवाधिकारों का उल्लंघन प्रतिदिन होता है। पहचान के लिए समाज की स्वीकृति और संवैधानिक मान्यता दोनों बहुत जरूरी है। एक ऐसे समय में जब हाशिये…
Excerpt: भारत में बीते 18-20 साल से श्रम कानूनों में सुधार की कोषिषें की जा रही हैं, ताकि उन्हें मौजूदा कार्यस्थलों, कामगारों और कार्य की प्रकृति के अनुरूप किया जा सके। साथ ही संगठित या असंगठित दोनों क्षेत्रों में काफी हद तक एकरूपता लाई जा सके। इसके लिए विभिन्न सरकारों ने कोषिषें की हैं, लेकिन मुष्किल यह है कि देष में श्रम कानूनों का इतिहास जितना पुराना है, उतने ही पुराने कानून भी आज तक चलन में हैं। 1923 का कर्मचारी मुआवजा अधिनियम हो या 1936 का मजदूरी भुगतान कानून या फिर 1948 के कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम और कारखाना अधिनियम इसके उदाहरण हैं। बीते तीन दषकों में भूमंडलीकरण के बाद तो देष में कर्मचारियों और नियोक्ताओं के बीच के संबंधों में तेजी से बदलाव आया है। इन्हीं बदलावों को…
Excerpt: Right now we are in a series of crises, or rather lunging from one crisis to another, to put it more appropriately. Biggest challenge before the humanity right now is the lack of vaccines and vaccine equity in the world. All of us are vaccinated and boosted but one-third of humanity is yet to take the first shot. Majority of the countries in Africa (and some in Asia too viz. Afghanistan) have less than 10% full vaccination rates. Countries like Burundi, Chad and DRC etc. have less than 1% full vaccination rates. Download
Excerpt: मुजफ्फरपुर जिला में चमकी बुखार से साल 2019 में पांच जुलाई तक 150 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य अधिसंरचना के मामले में बिहार की हालत चिंताजनक बनी हुई है. प्रति दस लाख की आबादी पर स्वास्थ्य केन्द्रों की संख्या साल 2012 में 109 थी जो कि 2018 में घटकर 99 रह गई है... Download
Excerpt: शहर के निर्माण और विकास में शहरी ग़रीब, मेहनतकश वर्ग का बड़ा योगदान होता है. इनके बिना शहरी विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती. मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देने वाले इन्हीं मेहनतकश ग़रीबों की वर्षों की मेहनत से तिनका-तिनका जोड़ कर बनाए गए आशियानों पर जनवरी 2019 में जेसीबी के क्रूर पंजे का प्रहार हुआ और उन्हें शहर से लगभग 18 किमी दूर कचरा ढोने वाली गाड़ियों से कचरे की तरह ही फेंक दिया गया... Download
Excerpt: ई-कॉमर्स कंपनियों के बढ़ते व्यापार के साथ ही डिलीवरी वर्कर्स की मांग बढ़ती जा रही है. लखनऊ जैसे शहर में ही विभिन्न ई-कॉमर्स कंपनियों के दस हज़ार से भी ज्यादा डिलीवरी वर्कर्स काम कर रहे है. ये डिलीवरी वर्कर्स असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की श्रेणी में आते है. ज़्यादातर कम्पनियाँ इन्हें थर्ड पार्टी के ज़रिये काम पर रखती हैं और यह उनके लिए किसी तरह की सामाजिक सुरक्षा के दायरे से बाहर होते हैं... Download
Excerpt: in India, despite of being the largest democracy in the world, judiciary is on the weaker edge. Laws are made and policies are formulated in order to make justice accessible to all, but due to lack of infrastructure and implementation, these laws and policies does not end up into something effective and fail to serve the society with needed solutions. Download
Excerpt: In the current era of online processing, maximum of the information is online and prone to cyber threats. There are a huge number of cyber threats and their behavior is difficult to early understanding hence difficult to restrict in the early phases of the cyber attacks. Cyber attacks may have some motivation behind it or may be processed unknowingly... Download
Excerpt: Hate crime‟ has not been defined in Indian jurisprudence and therefore it is handled the same way as that of a conventional crime ignoring the acute differences between the two. A hate crime is a conventional offense but with an added element of bias... Download